
महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल के आदेश अनुसार, जून 1986 में, सीमा सुरक्षा बल अकादमी, टेकनपुर में अध्ययन संकाय (Faculty of Studies) की स्थापना, रक्षा प्रबंधन कॉलेज, सिकंदरबाद द्वारा "सीमा सुरक्षा बल की प्रशिक्षण आवश्यकताओं का विश्लेषण" विषय पर किए गए एक अध्ययन की सिफारिश के आधार पर की गई थी। दिसंबर 2008 में, महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल द्वारा अध्ययन संकाय के लिए, 37 कर्मियों की स्थाई जनशक्ति की मंजूरी दी गई थी। 19 सितंबर 2011 को पुनः 35 कर्मियों के साथ अध्ययन संकाय को पुनर्गठित किया गया।
महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल द्वारा राष्ट्रीय सीमा प्रबंधन संस्थान (National Institute for Border Management) की स्थापना की घोषणा की गई, जिसे बाद में सीमा प्रबंधन और सामरिक अध्ययन संस्थान (Institute for Border Management and Strategic Studies) के रूप में पुनः नामित किया गया। इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार किया गया तथा मंजूरी के लिए गृह मंत्रालय को भेजा गया। गृह मंत्रालय द्वारा सीमा सुरक्षा बल को आंशिक रूप से अध्ययन संकाय को दिल्ली में स्थानांतरित करने की सलाह दी गई, जिसे 07 मार्च 2016 को महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल द्वारा अनुमोदित किया गया। कुल 35 स्वीकृत पदों में से 27 पद छावला, दिल्ली में स्थानांतरित कर दिए गए और शेष 08 पद टेकनपुर में बने रहे। टेकनपुर में अध्ययन संकाय के कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए, सीमा सुरक्षा बल अकादमी द्वारा 10 अतिरिक्त पदों की मांग की गई। विभिन्न प्रस्तुतियों और शून्य लागत प्रस्ताव के बावजूद, गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली में सीमा प्रबंधन और सामरिक अध्ययन संस्थान (Institute for Border Management and Strategic Studies) को स्थापित करने की मंजूरी नहीं दी गई और इसे अपने पहले स्थान, सीमा सुरक्षा बल अकादमी, टेकनपुर में ही स्थानांतरित करने का आदेश दिया। बल मुख्यालय, सीमा सुरक्षा बल ने अध्ययन संकाय को अक्टूबर 2019 में छावला, दिल्ली से टेकनपुर स्थानांतरित करने का आदेश दिया तथा स्थानापन्न कार्य नवंबर 2019 में सम्पन्न हुआ।
अध्ययन संकाय, बल के संक्रियात्मक सिद्धांतो को विकसित करने के लिए, एक नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है। यह, भूमिका और कार्यों को ध्यान में रखते हुए, संगठनात्मक अनुसंधान करना, केस स्टडी तैयार करना, बल में प्रशिक्षणात्मक गतिविधियों में सहायता करना एवं प्रशिक्षण पद्धति में परिवर्तन करने अथवा नवीन प्रशिक्षण पद्धतियो को विकसित करने जैसे कार्य करता है।
अध्ययन संकाय के स्वीकृत कार्य/अधिदेश निम्नानुसार है:-
अध्ययन संकाय की संगठनात्मक संरचना इस प्रकार है:-
विभिन्न विषयो की पुस्तकों के संकलन एवं आधुनिक सुविधाओ से सुसज्जित, अकादमी में टैगोर नामक पुस्तकालय है, जिसका नामकरण महान नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्र नाथ टैगोर के नाम पर किया गया है। विशाल पुस्तकालय में संदर्भ पुस्तकों सहित विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की पुस्तके व इतिहास, भूगोल, संविधान, राजनीति लोक प्रशासन, सैन्य अध्ययन मानवाधिकार, अंतर्राष्ट्रीय कानून, मानव प्रबंधन, मानव संसाधन एवं विकास आदि विषयों का व्यापक साहित्य उपलब्ध है। पुस्तकालय द्वारा विभिन्न मासिक/ अर्ध मासिक / साप्ताहिक पत्रिकाओं और दैनिक समाचार पत्रों की सदस्यता भी ली गई है, जिनकी निरंतर समीक्षा की जाती है एवं आवश्यकता अनुसार प्रतियों की संख्या घटाई एवं बढाई जाती है।
पुस्तकालय में निम्न्नलिखित संसाधन उपलब्ध है:-
पुस्तकालय के एक हिस्से को आधुनिक साइबर लाइब्रेरी में परिवर्तित किया गया है, जहां पाठकों को डिजिटल साहित्य और इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।