
सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर, सीमा सुरक्षा बल के नेतृत्व की मातृसंस्था के रूप में एक प्रतिष्ठित संस्थान है और केन्द्रीय सशस्त्र बलों के मध्य प्रशिक्षण क्षेत्र में इसकी उत्कृष्ट पहचान है। पद्म विभूषण श्री के एफ रुस्तमजी, आई पी, सीमा सुरक्षा बल के संस्थापक, हमेशा से यह मानते थे कि सही तर्ज पर बल नेतृत्व विकसित करने में प्रशिक्षण और संबंधित गतिविधियों का विशेष महत्त्व है। पिछले कुछ वर्षों में सीमा प्रबंधन, उग्रवाद विरोधी अभियानों और मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में अकादमी एक ऐसी संस्था के रूप में उभरी है जो बल में शामिल समाज के नए युवाओं को बुनियादी प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षित कर कुशल नेतृत्व की क्षमता को बढ़ाती है और सााथ ही विभिन्न सेवा पाठयक्रमों के माध्यम से बल में सेवारत अधिकारियों के व्यावसायिक कुशाग्रता को निखारती है। सीमा प्रहरी की प्रतिज्ञा ’मैं सीमा प्रहरी अपने शास्त्रों की अवमानना नहीं होने दूंगा और न ही कि किसी साथी से संकट में विमुख होउँगा। मैं देश की हर पवित्र वस्तु की प्राण-प्रण से सुरक्षा करूँगा‘’, को वर्ष 1969 में सीमा सुरक्षा बल अकादमी द्वारा ही गढ़ा गया था। अभी भी यह प्रतिज्ञा अपने अधिकारियों की कल्पना को प्रज्वलित करने के लिए और पूरे बल में दैनिक प्रेरणादायक आह्वान के रूप में कार्य करती है। प्रशिक्षण बल का एक गुणक है जो रचनात्मक और यथार्थवादी होना चाहिए। सीसुबल अकादमी टेकनपुर, जो आज प्रशिक्षण के क्षेत्र में काफी आगे है, ने अत्याधुनिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अपनी प्रशिक्षण सामग्री, कार्यप्रणाली और बुनियादी ढांचे को उन्नत करने का लगातार प्रयास किया है। अकादमी ने हमेशा दिमाग और दिल, चरित्र, अनुशासन, आत्मनिर्भर, गतिशीलता, पहल और समझ के सभी गुणों को विकसित करने का प्रयास किया है जो सभी स्थितियों में नेतृत्व का आधार है और नेतृत्व की तमाम विशेषताओं को मजबूत करने पर ध्यान केन्द्रित किया है जो कठिन परिस्थितियोँ में भी सही अर्थों में सफल बनाने में सहायक होते हैं।
सीमा प्रबंधन, युध्द और बहुआयामी नेतृत्व भूमिकाओं, मानव संसाधन प्रबंधन और विकास में क्षमता निर्माण के माध्यम से सुरक्षा तैयारियों का बढाने में अकादमी ने न केवल सीमा सुरक्षा बल, बल्कि अन्य केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों और मित्रवत विदेशी सुरक्षा बलों की भी मदद की है। नेतृत्व क्षमता को संवारने और बल के आदर्श वाक्य ‘जीवन पर्यन्त कर्त्तव्य’ को सार्थतकता प्रदान करने में अकादमी की अहम भूमिका प्रशंसनीय है।
इस अग्रसोची, भविष्योन्मुख संस्थान का नेतृत्व करने पर मुझे गर्व की अनुभूति हो रही है और मैं इस विशिष्ट संस्थान को और अधिक उँचाइयों तक ले जाने में अपने योगदान के प्रति प्रतिबद्ध हूँ।
डॉ. शमशेर सिंह, आईपीएस
अपर महानिदेशक /निदेशक,
बीएसएफ अकादमी टेकनपुर (ग्वालियर)