मेघालय मुख्यालय
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हमारे बारे में

सीमांत के बारे में संक्षिप्त

  • फ्रटियर का नाम :- मेघालय फ्रंटियर
  • स्थान :- उम्पलिंग, शिलांग
  • महानिरीक्षक का नाम :- श्री ओम प्रकाश उपाध्याय, महानिरीक्षक
  • कार्यभार अधिग्रहण की तिथि :- 12 फ़रवरी 2025

1. फ्रंटियर मुख्यालय शिलंlग

सेक्टर मुख्यालय शिलंlग की स्थापना दिनांक 01 दिसम्बर’ 1965 को हुई तथा सम्पूर्ण उत्तर पूर्व क्षेत्र इसके अधीन रखे गए।

26 अप्रैल 1971 को उत्तर पूर्व फ्रंटियर की स्थापना की गई और जून’ 1983 में यह ए.एम.एण्ड एन. फ्रंटियर तथा टी.सी एण्ड एम. फ्रंटियर में विभक्त हो गया।

दिनांक 01 नवम्बर’ 2006 को मणिपुर और मिजोरम ए.एम.एम.एण्ड.एन फ्रंटियर से अलग हुए। टी सी एण्ड एम फ्रंटियर से मिजोरम और कछार फ्रंटियर बने। ए. .एण्ड .एम फ्रंटियर भी अस्तित्व में आया।

अक्टूबर’ 2011 में ए.एण्ड एम. फ्रंटियर को मेघालय फ्रंटियर में परिवर्तित किया गया और सेक्टर मुख्यालय गुवाहाटी को गुवाहाटी फ्रंटियर के अधीन स्थापित किया गया, जिसकी स्थापना दिनांक 01 अक्टूबर’ 2011 को हुई। सहायक प्रशिक्षण केन्द्र सी.सी.पुर और सताका (नागालैण्ड) में स्थित 111 बटालियन को एम.एण्ड सी. फ्रंटियर में रखा गया।

  • सेक्टर मुख्यालय तुराः

    सेक्टर मुख्यालय तुरा की स्थापना 15 अगस्त’ 2003 को तत्कालीन सेक्टर मुख्यालयों- शिलांग और गुवाहाटी के जिम्मेदारी के एरिया से निकालकर की गई थी। सेक्टर मुख्यालय एन.एण्डएम. (नागालैण्ड एवं मिजोरम), कोइरंगी, इम्फाल जो मणिपुर में सी आई ड्यूटी के लिए तैनात थी, को दोबासीपारा, तुरा, जिला- वेस्ट गारों हिल्स (मेघालय) में स्थानांतरित कर दिया गया और मेघालय राज्य के गारो हिल्स में अवस्थित भारत-बांग्लोदश सीमा को सशक्त बनाने के लिए सीमा की जिम्मेदारी दी गई।

    इस क्षेत्र का पूरा इलाका पहाड़ी है, हालांकि बांग्लादेश का इलाका समतल है। इस इलाके में गारों का बोलबाला है। इस क्षेत्र में मौसम गर्म और आर्द्र है।

  • सेक्टर मुख्यालय शिलांग

    सेक्टर मुख्यालय शिलांग मौपट-शिलांग (मेघालय) में स्थित हैं। इसकी स्थापना 01 दिसम्बर’ 1965 को उम्पलिंग में असम, मेघालय एवं मिजोरम से लगे भारत-पूर्वी पाकिस्तान के 1050 किलोमीटर के जिम्मेदारी वाले इलाके की सुरक्षा करने के उद्देश्य से की गई थी। दिनांक 01 अगस्त’ 1981 से सेेक्टर मुख्यालय कछार और मिजोरम की स्थापना के बाद असम के कछार जिला और मिजोरम में आने वाले भारतीय सीमा के 470 किलोमीटर भू-भाग को सेक्टर मुख्यालय सी.सु.बल सी.एण्ड एम. के अधीन रखा गया।

    दिनांक 01 अप्रैल’ 1988 को सेक्टर मुख्यालय गुवाहाटी की स्थापना हुई एवं धुबरी जिले में आने वाले असम से लगे 137 किलोमीटर सीमा के भू-भाग को इस मुख्यालय के अधीन रखा गया । 2000 से पूर्व इस सेक्टर मुख्यालय को पूरे मेघालय राज्य के भारत के बांग्लादेश सीमा से लगे 443 किलोमीटर भू-भाग के अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी।

    पूरा क्षेत्र घने जंगल एवं पहाड़ियों से घिरा है। पहाड़ियाँ क्रमशः पूर्व की ओर बढ़ती हैं। सीमा का सीमांकन अजीबोगरीब हैं भारत का पहाड़ियों पर कब्जा है, जबकि बांग्लादेश की सीमा पहाड़ियों के तलहटी से शुरू होती हैं। गारो और खासी इस क्षेत्र की प्रमुख जनजातियाँ हैं। भारी बारिश वाला मौसम पूरे वर्ष के दौरान छह महीने तक रहता है। शिलांग में मौसम सर्दियों के दौरान ठंडा और गर्मियों में सुहाना होता है, लेकिन गर्मियों के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र गर्म और आर्द्र रहते हैं।

  • सेक्टर मुख्यालय जोवाई

    मौजूदा सेक्टर मुख्यालयों-तुरा और शिलांग के जिम्मेदारी के क्षेत्र को परिवर्तित करके दिनांक 01 मार्च’ 2012 को सेक्टर मुख्यालय जोवाई की स्थापना हुई। इस मुख्यालय ने अस्थायी रूप से जिला मुख्यालय पूर्वी जयंतिया, हिल्स जिले के खलेरीहाट में काम करना शुरू किया है और मेघालय राज्य के पश्चिम खासी हिल्स, पश्चिम जयंतिया हिल्स और पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में आने वाले भारत बांग्लादेश सीमा को मजबूती से सुरक्षा प्रदान कर रहा है। वर्तमान में इसका मुख्यालय शिलांग में है।

2.तलरूप

भारत की ओर के क्षेत्र पहाड़ी हैं, जो कि नदियों/छोटी नदियों के साथ घने जंगलों से घिरा हुआ है। बांग्लोदश की सीमा तलहटी से शुरू होती है, जो आमतौर पर मैदानी, उपजाऊ, निचला और बाढ़ की संभावना से भरा क्षेत्र है। मेघालय राज्य के पर्वतों की ऊँचाई समुद्रतल से 300 मीटर से 200 मीटर के बीच है। सीमित अक्षीय सड़कों के कारण सीमावर्ती क्षेत्रों और सीमा चौकियों तक पहुंच सीमित है। लगभग 18 बड़ी नदियां और अनेकों नाले मेघालय हिल रेंज से शुरू होकर बांग्लादेश मे प्रवेश करते हैं। वर्षा ऋतु के दौरान नदियां और नाले तीव्र प्रवाह के साथ प्रवाहित होते हैं। बड़ी नदियों पर पुल न बने होने के कारण वाहनों और सैनिकों की आवाजाही बाधित होती है। हालांकि, हमारी सभी सीमा चौकियां उँचे और सामरिक महत्व वाली जगह पर स्थित होने के कारण काउन्टरपार्ट के एरिया को फायर और निगरानी से कवर करती है।

  • (क) महत्वपूर्ण नदियाँ

    सिमसंग (बाग्लोदश मे सोमेश्वरी)

    जादूकाटा

    उमंगी (धमालिया/बलाट)

    पियांग

    लुभा (बांग्लादेश में सुरमा)

  • (ख) महत्वपूर्ण सड़कें

    गुवाहाटी-शिलांग-जोवाई- सिलचर (एनएच- 44)

    शिलंlग -डॉकी -तामाबिल (एनएच- 40)

    शिलंlग- मौपट- नांगस्टॉइन

    जोवाई-अमलारेम-डॉकी-मुक्तापुर

    शिलंlग-गुवाहाटी-तुरा

    तुरा-डालु-बाघमारा

    तुरा-विलियमनगर-बाघमारा

3. जनसांख्यिकी

  • मेघालय (भारत)

    2011 की जनगणना के अनुसार मेघालय राज्य की कुल जनसंख्या- 29,64,007 है।
    खासी, गारों और जयंतिया मुख्य जनजातियाँ हैं। अन्य जनजातियाँ कोच, राजवंशी, बोरो, हाजोंग, दिमासा, हमार, लाखेर, मिकिर, राभा और नेपाली भी शामिल है।
    ईसाई (70.5), हिन्दू (13.4), एनिमिस्ट (11.6), एवं मुस्लिम (4.4)
    पेशा- कृषि, मछली पालन खनिज इत्यादि।