एसटीसी जोधपुर
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Sh. M L GARG

श्री एम एल गर्ग
महानिरीक्षक
सहायक प्रशिक्षण केन्द्र, जोधपुर

आईजी का संदेश

मैं आपका सहायक प्रशिक्षण केन्द्र जोधपुर की वेबसाइट पर स्वागत करता हूँ। इस सहायक प्रशिक्षण केन्द्र को बल में भर्ती होने वाले नव-आरक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये 01 अप्रैल 1965 को आरएसी प्रशिक्षण केंद्र के साथ में स्थापित हुआ और 01 अप्रैल 1966 को इसने अलग से कार्यान्वयन शुरू किया गया। इस एसटीसी को 11  अप्रैल1 986 को नियमित किया गया था। समय बीतने के साथ- साथ हमने अन्य केंद्रीय पुलिस बल व राज्य पुलिस बलों के कार्मिकों को भी प्रशिक्षण देना शुरू किया। इस सहायक प्रशिक्षण केन्द्र का उद्देश्य सीमा सुरक्षा बल व अन्य राज्य पुलिस बलों के नवनियुक्त आरक्षकों को बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ बल के अन्य कार्मिकों के लिये इन सर्विस पाट्यक्रमों को चलाना है। इस सहायक प्रशिक्षण की भूमिका एक नागरिक को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत, युद्ध कौशल युक्त और एक पेशेवर सीमा रक्षक में बदलने की है। इस प्रशिक्षण केन्द्र को  निम्नलिखित कार्य सौंपे जाते हैं

  •  नवनियुक्त आरक्षकों व ट्रेडमेन को बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान कराना।
  •  बल के कार्मिकों को इन सर्विस कोर्स कराना।
  •  भारत वर्ष के राज्यों के पुलिस संगठनों वे कार्मिकों शिक्षण प्रदान करना।
  •  प्रशिक्षण प्राप्त सीमा सुरक्षा बल के कार्मिकों के लिए पदोन्नति कोर्स संचालित कराना।
  •  आरक्षकों, मुख्य आरक्षकों, उप निरीक्षकों एवं निरीक्षकों को इन- सर्विस कोर्स कराना।

 यह प्रशिक्षण केन्द्र, नवनियुक्त प्रशिक्षणार्थियों की ड्रिल, शारीरिक प्रशिक्षण एवं फायरिंग दक्षता में सुधार हेतु निरन्तर प्रयासरत है। प्रशिक्षणार्थियों को सीमा सुरक्षा बल की कार्यप्रणाली के बारे में लगातार पूर्णरूपेण समझाने के साथ-साथ ही अन्य केन्द्रीय पुलिस संगठनों, एवं राज्य पुलिस बलों को भी समझने के लिये प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके लिये आपराधिक प्रक्रिया, भारतीय दण्ड संहिता, सीमा शुल्क अधिनियम और पासपोर्ट अधिनियम के कोड में निहित प्रासंगिक प्रावधानों को भी विस्तार से पढ़ाया जाता है, ताकि, भारतीय सीमा बेल्ट के क्षेत्रों में उनके द्वारा कर्तव्यों का निर्वहन करते समय आसानी हो सके। इस सहायक प्रशिक्षण केन्द्र से प्रशिक्षित हुए जवानों ने इन तीनों विषय उल्लेखनीय दक्षता हासिल की है जो न केवल उनके अंतिम परीक्षण और पासिंग आउट परेड के दौरान बल्कि क्षेत्र संरचनाओं से प्राप्त प्रतिपुष्टि में भी परिलक्षित परिलक्षित होता है। जवानो द्वारा प्राप्त बुनियादी प्रशिक्षण, इन सर्विस प्रशिक्षणो से प्राप्त ज्ञान कर्मिको द्वारा किये गये फिल्ड फोरर्मेशन के कार्यो मे स्पष्टत : परिलक्षित होता है ’’ जीवन पर्यन्त कर्तव्य’’ .

जय हिन्द